काबरेल गांव के खेतों में हुआ घिनौना काम नरमा की फसल जलकर हुई राख

काबरेल गांव के खेतों में हुआ घिनौना काम नरमा की फसल जलकर हुई राख यहां पर शरारती तत्वों ने किसी किसान को बर्बाद करने के लिए यहां पर स्प्रा का छिड़काव कर दिया है कौन है शरारती ईसका पता नहीं चल पाया है लेकिन इसके विरोध में गांव के सरपंच में सभी किसान साथी इकट्ठा हुए हैं कि ऐसी हरकत ना हो और यह तो हरकत की गई है सिर्फ इस खेत में नही अन्य 4 खेत में नरमा जलाने की हरकत की गई है ।

गांव के सरपंच ने निंदा करते हुए मीडिया को हवाला दिया की नरमा फसल खरपतवार दवाई डाल के नरमा की फसल को नुकसान पहुंचाया गया किसी लाग वाले ने किया है गांव के सरपंच ने बताया कि जिस खेत में ये हरकत की गई है वो किसी लेडीज का खेत है वो पहले से ही परेशानी से जूझ रही है 8,9 महीने पहले लेडिज के पति को मार दिया गया था उस अभी तक कोई न्याय नही मिला अब खेत में सप्रे कर नरमा फसल को नष्ट करने की कोशिश की गई गांव वालो और सरपंच ने लगाई सरकार से न्याय की गुहार अभी तक ऐसा पता नही लग पाया है इस नरमा जलाने की हरकत किस व्यक्ति ने की है सरपंच ने कहा की पुलिस प्रशासन में न्याय की गुहार लगाएंगे सभी गांव वाले पीड़ित महिला के तन मन धन साथ है ।

रिटायर्ड गोर्वमेंट ऑफिसर सुरेंद्र पुनिया हेल्थ डिपार्टमेंट उन्होंने बताया की इस फसल को नष्ट करने के लिए किसी एसिड का प्रयोग कर के नरमा फसल को जलाया गया इसकी इसकी जांच कराई जा सकती है निंदा करते हुए कहा कि हम गांव वाले और सरपंच के साथ मिलकर विधवा महिला की सहायता करेंगे उन्होंने कहा की हम पीड़ित महिला के साथ है बेटे के टाइम भी लड़ाई लड़ी थी पूरे गांव ने आज के दिन भी हम साथ है उन्होंने बताया की पूरा गांव पीड़ित महिला के साथ है इस पूरी घटना की जांच कराई जाएगी

पीड़ित महिला ने बताया हमारी किसी के साथ हमारी दुश्मनी नहीं है पहले मेरे पति को मारा गया अब मेरी नरमा की फसल को नुकसान पहुंचाया गया है पीड़ित महिला न भावुक होते हुए बताया की आज हम सिर्फ घर में दो मां बेटे है आज हमारी नरमा की फसल को जलाया गया है कल हमे भी नुकसान पहुंचा सकते हैं

ग्रामीण अन्य व्यक्तियों ने इन घटना पर निंदा करते हुए कहा की जिस न भी नरमा फसल को नुकसान पहुंचाया है ये बहुत गिरी हुई हरकत की है जिस न भी की कल को इन दोनो मां बेटे को भी खतरा हो सकता है सभी यही बोल रहे है मिल जुल कर इसका हल निकाला जाए ताकि आगे कोई जान माल का नुकसान न हो ।

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